बुधवार, 26 जून 2013

उलटी दिशा

एक अंधेरे कमरे में भी
लिखी जा सकती हैं जलती हुयी कवितायेँ
याद की जा सकती हैं पुरानी प्रेमिकाएं
नयी प्रेमिका के बाहों में सर रखकर
पीयी जा सकती है मा की लोरियां
आंसुओं और शराब के कॉकटेल में
याद किया जा सकता है बचपन
अधेड़ावस्था की ऊब में
तोड़े जा सकते हैं रिश्ते
जुबान के थोडा खुलने से
भुलाये जा सकते हैं साथी
साथ अकेलेपन के मिलने से
किये जा सकते हैं बहुतेरों ऐसे काम
उन परिस्थियों में भी
जिनमे हवा बहती है उलटी दिशा में

अराहान