शुक्रवार, 27 सितंबर 2013

पंख

उड़ना
उड़ना सभी चाहते हैं
की एक दिन पंख लग जाएँ
और उड़ जाएँ हम पंक्षियों की तरह
आसमान में
पर कोई कभी हिम्मत नहीं करता
की उठाये एक तेज चाक़ू
और अपने काँधे के दोनों तरफ
चीरा लगाकर
खिंच ले दो पंख
और फिर उड़ जाएँ
जहाँ जहाँ उड़ना है

अराहान