नींद से जागी मेरी आँखें
कर रही है पीछा मेरे बेलगाम सपनो का
अमादा है मचाने को एक कोहराम
मेरी आँखें हो रही हैं हलकान दौड़ दौड़कर
इसी भागम भाग में मैं
पता नहीं कब चला आया
यथार्थ के धरातल से कोसों दूर
फंस गया मरीचिकाओं के कंटीलीदार झाड़ियों में
पता नहीं कब और कैसे
चुभ गया एक कांटा मेरी आँखों में
पता नहीं कब और कैसे
गुम हो गए मेरे सपने
अराहान
कर रही है पीछा मेरे बेलगाम सपनो का
अमादा है मचाने को एक कोहराम
मेरी आँखें हो रही हैं हलकान दौड़ दौड़कर
इसी भागम भाग में मैं
पता नहीं कब चला आया
यथार्थ के धरातल से कोसों दूर
फंस गया मरीचिकाओं के कंटीलीदार झाड़ियों में
पता नहीं कब और कैसे
चुभ गया एक कांटा मेरी आँखों में
पता नहीं कब और कैसे
गुम हो गए मेरे सपने
अराहान